अमेठी : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में कोरोना मरीजों को लेकर अमेठी जिला प्रशासन पहले से ज्यादा सख्त हो गया है। आपको बता दें कि अमेठी जिला प्रशासन भी अमेठी को ग्रीन जोन में बरकरार रखने के लिए दिन रात कड़ी मेहनत कर रहा है। ऐसे में अमेठी की सीमाओं से सटे जिलों में कोरौना मरीजों की बढ़ती संख्या से अमेठी जिला प्रशासन की भी चिंता बढ़ गई है। अमेठी के पड़ोसी जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अमेठी जिलाधिकारी ने एडवाइजरी जारी करते हुए जिले की सीमाओं को पूरी तरह से सील करने के आदेश दिये है। वही अमेठी में पड़ोसी जिलों से ड्यूटी के लिए आने वाले कोरोना योद्धाओं पर भी पहरा लगा दिया है, जिससे अब उन्हे अमेठी में रहकर ड्यूटी करनी पडे़गी और वो अपने घर नहीं जा पाएंगे। और रहीं पास की बात तो वे भी फेल मानी जाएगी। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान अगर आपके मोबाइल फोन में अरोग्य सेतू एप्प नहीं है तो आप फेल है क्योंकि बिना अरोग्य सेतू एप्प के प्रशासन द्वारा जारी आपका पास मान्य नहीं होगा है। अगर इश दौरान पुलिस सड़कों पर आपको पकड़ती है तो आपका चालान भी काट सकती है। इसके साथ अमेठी जिलाधिकारी ने पत्र जारी कर अमेठी के सभी राजकीय अधिकारियों को भी जल्द से जल्द एप्प डॉउनलोड करने के निर्देश दिए है। समाजसेवी संगठन के साथ-साथ खाद्य आपूर्ति के लिए भी जिसे पास चाहिए पहले उनके मोबाइल फोन में ये एप्प होना अनिवार्य है।
डीएम अरुण कुमार का मानना है कि कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे प्रकोप को देखते हुए संक्रमण से सुरक्षा एंव बचाव हैं। अमेठी जिले से कोविड-19 टेस्ट के लिए अभी तक भेजे गए कुल 280 सैंपल में से 278 लोगों की रिपोर्ट नेगिटिव है। 2 रिपोर्ट लीक होने के वजह से जांच के लिए फिर से भेजा गया है। कोरोना महामारी के मामले में अमेठी की स्थिति अच्छी है लेकिन अमेठी के पड़ोसी जनपदों में सुल्तानपुर और रायबरेली जिले में लगातार कोनोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ रही है। इसलिए अमेठी के लिए खतरा और भी बढ़ गया है और जरा सी भी चूक से बड़ी लापरवाही हो सकती है। इसलिए अमेठीवासी सावधानी बरतें और लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने घर में बने रहे।
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