उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारी पद की भर्ती में सिर्फ बीएड व एलटी डिप्लोमा वाले अभ्यर्थियों को ही अर्ह बताया है। अभ्यर्थियों के असमंजस को दूर करते हुए आयोग ने बताया कि बीएड व एलटी डिप्लोमा के अलावा समकक्ष डिग्री या डिप्लोमा ही मान्य होगा। इसमें शिक्षा शास्त्र से बीए व एमए करने वाले आवेदन नहीं कर सकेंगे। वहीं, बीटीसी व डीएलएड भी इसमें मान्य नहीं है।
यूपीपीएससी ने 12 दिसंबर को खंड शिक्षा अधिकारी के 309 पदों की ऑनलाइन भर्ती निकाली है। अभ्यर्थियों से 13 दिसंबर से आवेदन लिया जा रहा है। ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तारीख 13 जनवरी है। इस भर्ती में शैक्षिक अर्हता को लेकर अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति थी।
बीएड, एलटी डिप्लोमा के साथ बीटीसी व डीएलएड किए हुए अभ्यर्थी भी फार्म भरने लगे थे, जबकि कुछ शैक्षिक अर्हता की जानकारी के लिए आयोग का चक्कर लगा रहे थे। इसके मद्देनजर आयोग के परीक्षा नियंत्रक अरविंद मिश्र ने विज्ञप्ति जारी करके बताया कि भारत के विधि द्वारा स्थापित किसी विश्वविद्यालय से बीएड या एलटी डिप्लोमाधारी ही इस भर्ती के लिए अर्ह हैं। अगर स्नातक उपाधि शिक्षाशास्त्र में न हो तो राजकीय प्रशिक्षण विद्यालय या अराजकीय बेसिक प्रशिक्षण विद्यालय से रजिस्ट्रार विभागीय परीक्षाएं उत्तर प्रदेश द्वारा प्रदत्त एलटी डिप्लोमा होना चाहिए।
निगेटिव मार्किंग होगी
बीईओ की प्रारंभिक परीक्षा में निगेटिव मार्किंग होगी। अंतिम चयन लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों के कुल योग के आधार पर होगा।
300 अंक की होगी परीक्षा
बीईओ की प्रारंभिक परीक्षा 300 नंबर की होगी। इसमें ढाई-ढाई अंक के 120 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए दो घंटे दिए जाएंगे, जबकि मुख्य परीक्षा में दो पेपर होंगे। पहला 200 अंक का सामान्य अध्ययन और दूसरा 200 अंक का सामान्य हिंदी व निबंध का पेपर होगा। दूसरे पेपर में 100 नंबर सामान्य हिंदी और 100 नंबर का हिंदी निबंध को होगा। मुख्य परीक्षा में कुल 40 दीर्घउत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें 10 प्रश्न सामान्य उत्तरीय होंगे। 10 लघु व 20 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न होंगे।
दो चरणों में होगी परीक्षा
खंड शिक्षा अधिकारी की परीक्षा दो चरणों में कराई जाएगी। मुख्य परीक्षा के आधार पर ही अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। परीक्षा में अभ्यर्थियों का साक्षात्कार नहीं लिया जाएगा। प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर 13 गुना अभ्यर्थी सफल किए जाएंगे।