आखिर क्यों पुलिसिया स्टाइल में पेश आए अमेठी के जिला अधिकारी प्रशांत कुमार अमेठी. भट्टा व्यवसाई सोनू सिंह की हत्या मामले में क्राइम ब्रांच टीम पहले से ही सवालों के घेरे में थी अब पब्लिक प्लेस पर डीएम की कार्यशैली चर्चा का विषयो बन गई है। पीड़ित को न्याय देने के बजाए डीएम का भीड़ के सामने मृतक के चचेरे भाई को कालर पकड़कर घसीटने का वीडियो सामने आया है। डीएम अमेठी जिस व्यक्ति को घसीट रहे है वो स्वयं एक पीसीएस अधिकारी हैं। इससे पूर्व मृतक के हत्यारे की क्राइम ब्रांच के साथ दोस्ती की बात सामने आई थी। ग़ौरतलब हो कि आज जब पोस्टमार्टम. के बाद मृतक सोनू सिंह का घर पहुँचा तो तनाव को देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया गया। इस क्रम में आईएएस की मर्यादा भूलते हुए डीएम अमेठी प्रशांत कुमार ने आक्रोशित भीड़ के बीच मृतक सोनू सिंह के चचेरे भाई पीसीएस अधिकारी सुनील सिंह का कॉलर पकड़कर खींचा। उन्होंने पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों को समझाने के बजाय डीएम खुद उग्र हो गए। माना जा रहा है कि डीएम के कारनामे से हो बड़ा विवाद हो सकता है। सनद रहे कि मंगलवार की देर शाम गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र के बिसुनदासपुर गांव निवासी ईंट भठ्ठा मालिक विजय कुमार सिंह उर्फ सोनू (33) पुत्र शिव नायक सिंह का चचेरा भाई अर्पित सिंह पुत्र शिव प्रताप सिंह मंगलवार की देर शाम किसी काम से गौरीगंज बाजार आया था। अर्पित बाजार से लौट रहा था तभी रास्ते में मुसाफिरखाना तिराहे पर स्थित नहर पुल के पास दो बाइकों पर सवार पांच युवकों से उसका विवाद हो गया। अर्पित ने रास्ते से गुजर रहे एक परिचित से अपने बड़े भाई विजय कुमार सिंह उर्फ सोनू को मदद के लिए भेजने को कहा। सूचना मिलते ही विजय उर्फ सोनू बाइक लेकर नहर पुल के पास पहुंचे तभी उन्हें गोलियों से भून डाला गया। एक गोली सोनू के सिर पर लगी, जबकि दूसरी पेट में लगी। गोली मारने के बाद हमलावर असलहा लहराते हुए फरार हो गए। फायरिंग की आवाज सुनकर बाजार में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे लोगों ने भठ्ठा मालिक को तत्काल संयुक्त जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भठ्ठा मालिक की हत्या से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। हत्या की सूचना मिलते ही एसपी डॉ. ख्याति गर्ग पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गईं। क्षेत्रीय विधायक राकेश सिंह के साथ ही सत्तापक्ष व विपक्ष के तमाम नेता भी अस्पताल पहुंच गए थे। परिजन का आरोप है कि हत्या करने वाला एसओजी टीम की गाड़ी चलाता था। परिजनों ने पांच लोगों के खिलाफ थाने में दी है नामजद तहरीर,तहरीर के आधार पर पुलिस हत्यारोपियों की तलाश में जुटी।
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